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New Week Opening Gap in Smart Money Concept in Hindi

New Week Opening Gap in Smart Money Concept

परिचय
ट्रेडिंग में जब भी बाजार सोमवार को वीकेंड के बाद फिर से खुलते हैं, तो एक महत्वपूर्ण घटना होती है जिसे हम "New Week Opening Gap" कहते हैं। यह गैप तब बनता है जब शुक्रवार के क्लोज़ और सोमवार के ओपनिंग प्राइस के बीच में एक अंतर होता है। इस गैप को स्मार्ट मनी कांसेप्ट (SMC) में संस्थाएं अपनी रणनीतियों के तहत इस्तेमाल करती हैं। संस्थाएं इन गैप्स का फायदा उठाकर रिटेल ट्रेडर्स के स्टॉप लॉस को ट्रिगर करती हैं, तरलता को अवशोषित करती हैं और अपने नए पोजीशन्स स्थापित करती हैं।

New Week Opening Gap के महत्व को समझना
New Week Opening Gap एक महत्वपूर्ण घटना है जो मार्केट की दिशा को प्रभावित कर सकती है। जब बाजार सोमवार को खुलता है, तो कई बार कीमतों में एक अंतर होता है, और यही गैप एक अवसर बन जाता है। स्मार्ट मनी कांसेप्ट (SMC) के तहत, ये गैप्स बड़ी संस्थाओं द्वारा मार्केट में लिक्विडिटी ट्रैप्स और गलत मूव्स उत्पन्न करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। संस्थाएं जानबूझकर गैप का निर्माण करती हैं ताकि रिटेल ट्रेडर्स को झूठे ट्रेंड्स का शिकार बनाया जा सके।

New Week Opening Gap का कारण
New Week Opening Gap तब बनता है जब बाजार बंद होने के बाद, नए सप्ताह में किसी महत्वपूर्ण इन्फॉर्मेशन या इवेंट के कारण प्राइस में बदलाव होता है। यह बदलाव आम तौर पर बाजार के बाहर के इन्फॉर्मेशन जैसे कि वीकेंड में जारी हुई खबरें, इकोनॉमिक डाटा, या किसी अन्य तरह का ग्लोबल इन्फ्लुएंस हो सकता है। इन बदलावों के कारण प्राइस ओपनिंग में गैप बना सकते हैं, जो संस्थाओं को अपनी पोजीशन्स खोलने या समायोजित करने का मौका देते हैं।

गैप के प्रकार
स्मार्ट मनी कांसेप्ट (SMC) में गैप्स के कई प्रकार होते हैं, और प्रत्येक गैप का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है। आइए, हम इसके प्रमुख प्रकारों पर चर्चा करें:

  1. ब्रेकअवे गैप (Breakaway Gap)
    यह गैप नए ट्रेंड की शुरुआत को संकेत करता है। जब एक नया ट्रेंड शुरू होता है, तो गैप बनता है, और इसमें संस्थाएं बड़ी मात्रा में ट्रेड करती हैं। यह गैप बहुत मायने रखता है क्योंकि इसमें अधिक वॉल्यूम के साथ प्राइस एक नई दिशा में बढ़ता है।

  2. कंटिन्यूएशन गैप (Continuation Gap)
    यह गैप एक मौजूदा ट्रेंड के बीच में उत्पन्न होता है। जब कोई ट्रेंड मजबूत होता है, तो यह गैप उस ट्रेंड को और मजबूत करने का संकेत देता है। इन गैप्स को पहचानना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि ये बाजार में संस्थाओं के द्वारा किए गए मजबूत समर्थन को दिखाते हैं।

  3. एक्सॉस्टिव गैप (Exhaustion Gap)
    यह गैप एक ट्रेंड के अंत की ओर बनता है। जब एक ट्रेंड अपने चरम पर पहुंचता है, तो गैप बनता है, और यह ट्रेंड के पलटने का संकेत हो सकता है। संस्थाएं अपनी पोजीशन्स से बाहर निकलने के लिए इस गैप का इस्तेमाल करती हैं।

  4. कॉमन गैप (Common Gap)
    यह गैप आमतौर पर जल्दी भर जाता है। ये गैप्स विशेष रूप से उन ट्रेडर्स को ट्रैप करने के लिए होते हैं जो केवल गैप के आधार पर ट्रेड करते हैं। यह SMC के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि ये गैप्स स्मार्ट मनी द्वारा लिक्विडिटी ट्रैप्स के रूप में सेट किए जाते हैं।

Smart Money द्वारा New Week Opening Gap का शोषण
अब हम यह समझने की कोशिश करेंगे कि संस्थाएं New Week Opening Gap का कैसे शोषण करती हैं और इसे अपने फायदें के लिए कैसे इस्तेमाल करती हैं। यह प्रक्रिया आमतौर पर चार चरणों में होती है:

  1. गैप के प्रकार की पहचान करें
    संस्थाएं सबसे पहले गैप के प्रकार को पहचानती हैं – क्या यह बुलिश गैप है या बेयरिश गैप? वे गैप को उस स्तर पर देखते हैं जहां यह रेसिस्टेंस या सपोर्ट के पास है। यदि गैप रेसिस्टेंस के पास है, तो यह एक फेकआउट हो सकता है, जबकि अगर यह सपोर्ट के पास है, तो यह एक लिक्विडिटी ट्रैप हो सकता है।

  2. लिक्विडिटी ज़ोन का विश्लेषण करें
    गैप्स अक्सर उन स्थानों पर बनते हैं जहां स्टॉप ऑर्डर्स क्लस्टर्ड होते हैं। इन क्षेत्रों को पहचानना संस्थाओं के लिए आसान होता है क्योंकि वे जानती हैं कि रिटेल ट्रेडर्स कहां अपनी पोजीशन्स को स्टॉप लॉस के साथ रखते हैं। ये गैप्स इन स्टॉप्स को ट्रिगर करने और तरलता अवशोषित करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।

  3. कीमत की प्रतिक्रिया देखें
    जब गैप बनता है, तो कीमत उस गैप को कैसे प्रतिक्रिया देती है, यह बहुत महत्वपूर्ण होता है। यदि कीमत गैप को जल्दी अस्वीकार करती है, तो यह एक लिक्विडिटी ग्रैब हो सकता है और एक रिवर्सल ट्रेंड का संकेत देता है। वहीं अगर कीमत गैप को बनाए रखती है, तो यह एक संस्थागत अक्युमुलेशन (संग्रहण) का संकेत हो सकता है, जो ट्रेड को कंटिन्यू करने का संकेत देता है।

  4. ऑर्डर फ्लो से पुष्टि करें
    संस्थाएं हमेशा ऑर्डर फ्लो की पुष्टि करती हैं। यदि वॉल्यूम में स्पाइक होता है, तो यह संस्थागत भागीदारी का संकेत हो सकता है। डेल्टा डाइवर्जेंस को देखना भी महत्वपूर्ण होता है, जो छिपी हुई खरीद या बेच के संकेत हो सकते हैं।

New Week Opening Gap को ट्रेड करने की रणनीतियाँ
यहां कुछ प्रमुख रणनीतियाँ दी गई हैं, जो रिटेल ट्रेडर्स New Week Opening Gap को ट्रेड करने के लिए उपयोग कर सकते हैं:

  1. Gap Fade (Reversal Trade)

  • कब करें: जब गैप किसी महत्वपूर्ण SMC लेवल (ऑर्डर ब्लॉक, FVG, लिक्विडिटी ज़ोन) में हो।

  • एंट्री: एक मजबूत रेजेक्शन कैंडल (पिन बार, एंगलफिंग) के बाद।

  • स्टॉप लॉस: गैप के एग्जट्रीम के बाहर।

  • टार्गेट: निकटतम लिक्विडिटी पूल।

  1. Gap Fill (Continuation Trade)

  • कब करें: जब गैप ट्रेंड और संस्थागत ऑर्डर फ्लो के साथ मेल खाता हो।

  • एंट्री: गैप एज (50% रिट्रेसमेंट) पर पुलबैक।

  • स्टॉप लॉस: गैप क्लोज़ के बाहर।

  • टार्गेट: अगला HTF लेवल।

  1. Gap & Go (Breakout Trade)

  • कब करें: जब गैप एक महत्वपूर्ण लेवल को मजबूत वॉल्यूम के साथ तोड़ता है।

  • एंट्री: टूटे हुए लेवल पर रिटेस्ट।

  • स्टॉप लॉस: गैप के बाहर।

निष्कर्ष
New Week Opening Gap स्मार्ट मनी कांसेप्ट में एक महत्वपूर्ण टूल है जिसे संस्थाएं अपने लाभ के लिए उपयोग करती हैं। गैप्स को समझकर और उनके संकेतों का पालन करके, ट्रेडर्स झूठे मूव्स से बच सकते हैं और मजबूत कंटिन्युएशन पर सवारी कर सकते हैं। स्मार्ट मनी द्वारा गैप्स का शोषण जानने से, एक ट्रेकर को सही दिशा में ट्रेड करने में मदद मिल सकती है।


Key Takeaways:
✔ गैप्स लिक्विडिटी ज़ोन (स्टॉप्स, ऑर्डर ब्लॉक्स) को लक्षित करते हैं।
✔ यदि कीमत गैप को अस्वीकार करती है, तो ट्रेड रिवर्सल (फेड स्ट्रैटिजी)।
✔ यदि वॉल्यूम इसका समर्थन करता है, तो ट्रेड कंटिन्युएशन (गैप फिल/ब्रेकआउट)।
✔ हमेशा ऑर्डर फ्लो और SMC लेवल्स के साथ पुष्टि करें।

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